
हमीरपुर, 05 मार्च 2025 – जिले में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिलाधिकारी श्री घनश्याम मीना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जलोदय जल अभियान की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जल संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
जल संरक्षण के लिए अहम निर्णय:
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कुओं, तालाबों, पोखरों और झीलों का जीर्णोद्धार किया जाए और चेकडैम निर्माण एवं नालों की सफाई के लिए कार्ययोजना बनाकर उसे धरातल पर उतारा जाए। उन्होंने नहरों की पटरियों और तालाबों के किनारे वृक्षारोपण को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने निर्देश दिए कि मृदा अपरदन को रोकने के लिए बांस व सरपत लगाए जाएं और सभी सरकारी व अर्धसरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से स्थापित किया जाए। साथ ही, खेत तालाब योजना को प्रभावी रूप से लागू करने पर जोर दिया गया।
सेमी क्रिटिकल ब्लॉकों को सुरक्षित बनाने पर जोर
जिले के सुमेरपुर और गोहांड ब्लॉक, जो जल स्तर के दृष्टिकोण से सेमी क्रिटिकल स्थिति में हैं, उन्हें सेफ जोन में लाने के लिए ठोस जल संरक्षण कार्य किए जाएंगे।
जन जागरूकता और सहभागिता होगी प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर जल संरक्षण को लेकर जनसहभागिता और जनजागरूकता को बढ़ावा दिया जाए, ताकि आगामी वर्षा ऋतु में भूजल स्तर में सुधार हो सके।
इस अवसर पर सीडीओ चंद्र शेखर शुक्ला, उपायुक्त मनरेगा राघवेंद्र सिंह, समस्त बीडीओ, जिला पंचायत राज अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे